सितंबर 2021 में हर हुरून रिसर्च इंस्टीट्यूट हुरुन इंडिया फ्यूचर यूनिकॉर्न लिस्ट 2021 जारी की है, जिसके अनुसार भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा यूनिकॉर्न/स्टार्टअप इकोसिस्टम है | इसमें अमेरिका शीर्ष पर है, जिसके बाद चीन दूसरे स्थान पर है | सूची के अनुसार वर्तमान में भारत में कुल 51 यूनिकॉर्न स्टार्टअप हैं, जबकि संयुक्त राष्ट्र अमेरिका में 396 और चीन में 270 यूनिकॉर्न स्टार्टअप है |
जिलिंगो 310 अमेरिकी डॉलर के वित्त पोषण के साथ भारत में रैंकिंग में शीर्ष यूनिकॉर्न स्टार्टअप है | जिलिंगो का मुख्यालय सिंगापुर में है | एक शहर में मुख्यालय वाले यूनिकॉर्न की संख्या के मामले में बेंगलुरु शीर्ष भारतीय शहर है | बेंगलुरु में 31 यूनिकॉर्न स्टार्टअप है, और उसके बाद मुंबई में 12 यूनिकॉर्न स्टार्टअप हैं |
2025 तक 150 से ज्यादा यूनिकॉर्न होंगे
हुरुन इंडिया की प्रबंध निदेशक अनस रहमान जुनैद ने बताया कि भारत तकनीक का इस्तेमाल जिस तेजी से बढ़ रहा है | 2025 तक यहां यूनिकॉर्न की संख्या बढ़कर 150 से ऊपर चली जाएगी | भविष्य में यूनिकॉर्न का बाजार मूल्य अभी करीब 36 अरब डॉलर है |
हम अभी से दुनिया में यूनिकॉर्न स्टार्टअप के मामले में तीसरे बड़े देश हैं | हमसे आगे अमेरिका 396 यूनिकॉर्न और चीन 277 यूनिकॉर्न ही है | ब्रिटेन में अभी 32 और जर्मनी में 18 स्टार्टअप यूनिकॉर्न बन सके हैं |
एनसीआर और बेंगलुरु सबसे बड़े हब
बड़े स्टार्टअप बनाने में बेंगलुरु सबसे आगे है, जहां के 31 स्टार्टअप को हुरुन की सूची में जगह मिली है | दिल्ली एनसीआर 18 स्टार्टअप के साथ दूसरे नंबर पर और मुंबई 13 स्टार्टअप के साथ तीसरे स्थान पर है | हालांकि, आईआईटी दिल्ली से निकले 17 तकनीकी प्रशिक्षुओं ने स्टार्टअप की नींव रखी |
इस मामले में आईआईटी बॉम्बे ने 15, कानपुर ने 13 उद्यमी पैदा किए | आईआई एम अहमदाबाद से निकले 13 स्नातक पिक प्रशिक्षुओं ने भी बड़े स्टार्टअप की नींव रखी | देश में इंटरनेट उपभोक्ताओं की संख्या 2025 तक 90 करोड़ हो जाएगी जो अभी 60 करोड़ है |
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