यूएस आर्मी के मेजर जनरल क्रिस डोनाहुए C-17 ट्रांसपोर्ट प्लेन में चढ़ते हुए, वे अफगानिस्तान की जमीन छोड़ने वाले आखिरी अमेरिकी सैनिक बने
अमेरिका ने 9/11 की 20वीं बरसी से ठीक पहले अमेरिका के सबसे लंबे युद्ध की औपचारिक समाप्ति की घोषणा की | 9/11 के आतंकवादी हमले ने अमेरिका को अफगानिस्तान में प्रवेश करने और तालिबान शासन को उखाड़ फेंकने के लिए मजबूर कर दिया था |
तालिबान शासन को उखाड़ फेंका गया और उसकी जगह अमेरिका समर्थित अफगानों ने ले ली | फिर उन्होंने 20 साल तक देश पर राज किया | पिछले 20 वर्षों में कई आम चुनाव हुए |
15 अगस्त, 2021 को तालिबान ने अमेरिका समर्थित अफगान शासन को फिर से उखाड़ फेंका | इसके बाद राष्ट्रपति अशरफ गनी देश छोड़कर भाग गए और 3,00,000 सशस्त्र बलों के सैनिकों ने बिना किसी लड़ाई के हार मान ली |
तालिबान अब अफगानिस्तान पर शासन कर रहा है और उसने देश से अमेरिकी सेना सैनिकों के जाने का स्वागत किया है |
अफगानिस्तान में युद्ध
यह एक संघर्ष था, जो 2001 से 2021 तक अफगानिस्तान में हुआ था | इस युद्ध की शुरुआत उस आक्रमण से हुई जिसके कारण अमेरिका और उसके सहयोगियों ने अफगानिस्तान के तालिबान शासित इस्लामिक अमीरात को गिरा दिया | तालिबान के आतंकवादियों के खिलाफ युद्ध नाटो और अफगान सशस्त्र बलों द्वारा लड़ा गया था | यह अमेरिका के इतिहास में सबसे बड़ा लंबा युद्ध था |
यूएनएससी ने अफगानिस्तान पर प्रस्ताव अपनाया
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की अध्यक्षता के तहत 30 अगस्त 2021 को अफगानिस्तान में स्थिति पर एक प्रस्ताव को अपनाया गया | इस प्रस्ताव में मांग की गई थी कि युद्ध ग्रस्त देश अफगानिस्तान का इस्तेमाल किसी देश को धमकाने, हमला करने, या आतंकवादियों को पनाह देने के लिए नहीं किया जाना चाहिए |
अमेरिका, ब्रिटेन, और फ्रांस द्वारा यह प्रस्ताव रखा गया था | इसे 13 परिषद सदस्यों के पक्ष में वोटों के साथ अपनाया गया था | स्थाई सदस्य रूस और चीन इस पर मतदान से दूर रहे |
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